आर्थिक सर्वेक्षण : वित्तीय वर्ष, 2024-25

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शिमला : वित्तीय वर्ष, 2024-25 के आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार हिमाचल प्रदेश की विकास दर 10.2 फीसदी रहने का अनुमान है। इसमें वित्तीय वर्ष, 2023-24 के मुकाबले 0.3 फीसदी की बढ़ौतरी दर्ज की गई है। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने विधानसभा में आर्थिक सर्वेक्षण को प्रस्तुत किया। इसके अनुसार 9.6 फीसदी बढ़ौतरी के साथ प्रति व्यक्ति आय बढक़र 2,57,212 रुपए तक पहुंच गई है, जिसमें 22,430 रुपए की बढ़ौतरी दर्ज की गई है। प्रदेश का राज्य सकल घरेलू उत्पादन (जी.एस.डी.पी.) 2,32,185 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है, जो पिछली बार 2,10,662 करोड़ रुपए था। इसमें पर्यटन उद्योग का योगदान 7.78 फीसदी है। प्रदेश के सकल घरेलू उत्पाद में सेवा क्षेत्र का योगदान 45.3 फीसदी दर्ज किया गया है। इसके अलावा सकल घरेलू उत्पाद में कृषि एवं इससे संबद्ध क्षेत्रों का योगदान भी बढक़र 9.24 फीसदी है। इसमें श्रम व इससे जुड़े हुए क्षेत्रों का योगदान 15.2 फीसदी आंका गया है। कोविड काल के बाद राज्य की अर्थव्यवस्था व इससे जुड़े क्षेत्रों का योगदान लगातार बढ़ रहा है। पर्यटकों की संख्या में लगातार बढ़ौतरी हो रही है। वर्ष, 2020 में प्रदेश में 32.13 लाख सैलानी प्रदेश आए थे। वर्ष, 2021 में यह आंकड़ा 56.37 लाख, वर्ष, 2022 में 150.99 लाख, वर्ष, 2023 में यह आंकड़ा और बढक़र 160.05 लाख तथा वर्ष, 2024 में आंकड़ा बढक़र 181.24 लाख पहुंच गया है। वर्ष, 2021 के मुकाबले कृषि क्षेत्र के विकास में 53 फीसदी की वृद्धि आंकी गई है। वित्तीय वर्ष, 2020-21 में प्रदेश के कृषि क्षेत्र का योगदान 20,838 करोड़ रुपए था। यह वित्तीय वर्ष, 2024-25 में 31,879 करोड़ रुपए हो गया है।
उद्योग व खनन क्षेत्र का योगदान 86,695 करोड़
आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार प्रदेश की अर्थव्यवस्था में औद्योगिक व खनन क्षेत्रों का योगदान 86,695 करोड़ रुपए आंका गया है। इस तरह सकल घरेलू उत्पाद में औद्योगिक क्षेत्र का योगदान 40 फीसदी अनुमानित है। प्रचलित भाव में सकल घरेलू उत्पाद में निर्माण क्षेत्र का योगदान 26.19 फीसदी है। बिजली, जल आपूर्ति व अन्य उपयोगिता सेवाओं का योगदान 5.66 फीसदी आता है। मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान निर्माण क्षेत्र के 7.1 फीसदी की दर से बढऩे का अनुमान है, जो उद्योग क्षेत्र में तीसरी सबसे अधिक वृद्धि है। उद्योग व इससे संबंधित क्षेत्रों की विकास दर 9.4 फीसदी रहने की संभावना है।
मुद्रास्फीति में वर्तमान रुझान
हिमाचल प्रदेश के मामले में मुद्रास्फीति दर अपेक्षाकृत स्थिर है। वित्तीय वर्ष, 2023-24 की उपभोष्ठह्म मूल्य सूचकांक-संयुक्त (सी.पी.आई.-सी.) मुद्रास्फीति 5 फीसदी से घटकर वर्ष, 2024-25 में 4.2 फीसदी हो गई है। इसी अवधि में सी.पी.आई.-ग्रामीण मुद्रास्फीति 5.1 फीसदी से घटकर 4.4 फीसदी और सी.पी.आई-शहरी मुद्रास्फीति 4.7 फीसदी से घटकर 3.3 फीसदी हो गई है।