December 16, 2024

विधानसभा समीक्षा

Spread the love

शिमला : हिमाचल प्रदेश विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान पर्यटन को बढ़ावा देने, रोप-वे प्रोजैक्ट, हिमकेयर योजना, सहारा योजना और पॉवर प्रोजैक्ट से जुड़े मामले प्रमुखता से उठे। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विधायक लोकेंद्र कुमार व सुधीर शर्मा की तरफ से पूछे प्रश्न के उत्तर में कहा कि प्रदेश सरकार ने पयर्टन के क्षेत्र में नई योजनाओं की शुरुआत नहीं की है। सरकार ने नई योजनाओं की शुरुआत करने से पहले ढांचागत सुविधाएं जुटाने का प्रयास कर रही है। इसके अलावा पूर्व सरकार की तरफ से शुरू की गई नई राहें-नई मंजिलें योजना जारी रखी हुई है। नगर एवं ग्रामीण नियोजन मंत्री राजेश धर्माणी ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, रणधीर शर्मा, रीना कश्यप, विनोद कुमार, डा. जनक राज एवं केवल सिंह पठानिया की तरफ से पूछे प्रश्न के उत्तर में कहा कि प्रदेश सरकार ने केंद्र को 21 रोप-वे परियोजनाओं के प्रस्ताव पर्वतमाला प्रोजैक्ट के तहत भेजे गए हैं। उन्होंने कहा कि हाब्बन-चूड़धार रज्जू मार्ग का प्रस्ताव पर्वतमाला योजना के तहत केंद्र सरकार को भेजा गया है। इसी तरह भरमौर और बल्ह के रोपवे प्रोजैक्ट केंद्र सरकार को भेजे गए हैं। उन्होंने कहा कि श्री नैनादेवी जी को प्रस्तावित रोपवे प्रोजैक्ट के लिए कंसल्टैंट नियुक्त किया गया है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने इस दौरान सुझाव दिया कि सरकार को धार्मिक आस्था के प्रमुख केंद्रों को चिन्हित करके इसी डी.पी.आर. केंद्र सरकार को भेजनी चाहिए, जिसमें विपक्ष भी पूरा सहयोग करेगा। स्वास्थ्य मंत्री डा. धनीराम शांडिल ने विधायक डा. जनक राज, रणधीर शर्मा, दीप राज, आशीष शर्मा व राकेश जम्वाल की तरफ से पूछे प्रश्न के उत्तर में कहा कि हिमकेयर योजना के अंतर्गत 249 स्वास्थ्य संस्थानों की देनदारियां लंबित है। इसी तरह आयुष्मान भारत योजना में आयुर्विज्ञान महाविद्यालयों की 16.34 करोड़ की देनदारी लंबित है। इन सभी देनदारियों को मौजूदा वित्त वर्ष के अंत तक चुका दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री सहारा योजना के अंतर्गत 31,062 लाभार्थी पंजीकृत है। योजना के पात्र लाभार्थियों जिन्होंने अपने प्रमाण पत्र जमा करवा दिए हैं, उन्हें जनवरी, 2024 तक की किश्त जारी कर दी गई है। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने हिमकेयर व सहारा योजना की लंबित वित्तीय अदायगियों का जल्द भुगतान करने की मांग की। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विधायक विधायक डा. हंसराज व सुखराम चौधरी की तरफ से पूछे प्रश्न के उत्तर में कहा कि उहल जल विद्युत परियोजना पेन स्टॉक खराब हो गया है, जिसे ठीक किया जा रहा है। इस परियोजना को इस वर्ष शुरू कर दिया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री डा. धनीराम शांडिल ने विधायक नंदलाल की तरफ से पूछे प्रश्न के उत्तर में कहा कि वर्तमान में रामपुर के खनेरी अस्पताल में विभिन्न श्रेणी के 241 पद सृजित है, जिसमें से 83 पद रिक्त पड़े हैं।
प्रश्नकाल के बाद विधानसभा में बजट पर हुई चर्चा के अंतिम दिन पक्ष-विपक्ष के सदस्यों के बीच तीखी नोंक-झोंक हुई तथा दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर कटाक्ष करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इस दौरान राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने जब चर्चा में भाग लिया, तो उनकी तरफ से की गई टिप्पणी पर खूब हंगामा हुआ तथा विपक्षी भाजपा ने नाराजगी जताई। जगत सिंह नेगी का आरोप था कि केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश के प्रति उदासीन रवैया अपनाया है। उनकी टिप्पणी पर विपक्ष की तरफ से विपिन सिंह परमार, रणधीर शर्मा एवं डा. हंसराज सहित कई विधायकों ने आपत्ति जताई। मामले के अधिक तूल पकडऩे पर विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया को बीच में हस्तक्षेप करना पड़ा, जिसके बाद मामला शांत हुआ। राजस्व मंत्री ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार गैर भाजपा शासित राज्यों की अनदेखी कर रही है। यदि यही सिलसिला जारी रहा तो केरल व कर्नाटक सरकार की तरह प्रदेश सरकार भी जंतर-मंतर पर धरना दे सकती है।
चर्चा में भाग लेते हुए पूर्व भाजपा अध्यक्ष एवं विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश जिस दौर से गुजर रहा है, उसे देखकर लगता है कि कांग्रेस नेताओं की पत्नियां ही भाजपा को वोट डालेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं के घर में ऐसी नौबत झूठी गारंटियों और कामकाज के तरीके के कारण आई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने बजट में कर्मचारियों की वित्तीय अदायगियां चरणबद्ध तरीके से करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि सरकार के काम करने का यह चरणबद्ध तरीका व व्यवस्था परिवर्तन उसे लोकसभा चुनाव में ले डुबेगा, जब नेताओं को बूथ तक से लीड नहीं मिलेगी। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के कामकाज की तारीफ की। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह 6 बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे और 2 बार हाइकमान की परवाह किए बिना मुख्यमंत्री बने। उन्होंने लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह के अयोध्या जाने पर भी प्रसन्नता जताई। उन्होंने प्रदेश के स्वास्थ्य संस्थानों की बिगड़ी हालत विशेषकर वैंटीलेटर के क्रियाशील नहीं होने पर चिंता जताई। निर्दलीय विधायक होशयार सिंह ने कहा कि क्रिप्टो करंसी के नाम पर हिमाचल के लोगों को ठगा गया है। उन्होंने कहा कि 2,500 करोड़ रुपए के इस घोटाले में सैकड़ों लोगों के साथ धोखा हुआ है। ऐसे में आरोपियों को बक्शा नहीं जाना चाहिए। मुख्य संसदीय सचिव सुंदर ठाकुर ने कहा कि बिजली महादेव प्रोजैक्ट में रोड़े अटकाने का प्रयास किया गया, ताकि उनको इसका श्रेय न मिले। इस बीच नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर हस्तक्षेप करते हुए कहा कि सदन में सच बोलना चाहिए, क्योंकि देव आस्था के प्रति सबका सम्मान है। लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि आपदा में जो भी पुल प्रभावित हुए हैं, उनका सिक्योरिटी ऑडिट करवाया गया है। उन्होंने कहा कि भूतनाथ पुल का अपना इतिहास है। आपदा के चलते उसका एक पिल्लर धंसाना शुरू हो गया था। विधायक पवन काजल ने कहा कि विधायक प्रथमिकता में पिक एंड चूज करना ठीक नहीं है। उन्होंने कागड़ा एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के चलते प्रभावित होने वाले 1,500 परिवारों का मामला उठाया। उन्होंने कांग्रेस को उसकी चुनावी गारंटियों की याद दिलाई तथा कहा कि जब गारंटियां तय हो रही थी तो वे भी दिल्ली में थे। उन्होंने देखा कि ये पूरी होनी वाली नहीं है तो ऐसे में वे भाजपा में आ गए। विधायक आर.एस. बाली ने कहा कि सही को सही और गलत को गलत कहना पक्ष और विपक्ष की जिम्मेदारी है। विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि सरकार कि ये दूसरा बजट है, लेकिन व्यवस्था परिवर्तन न पहले बजट में नजर आया न ही दूसरे बजट में देखने को मिला। उन्होंने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था और जी.डी.पी. में गिरावट नजर आई है। विधायक केवल सिंह पठानिया, पूर्ण ठाकुर व चैतन्य शर्मा ने भी चर्चा में भाग लिया। बजट पर हुई चर्चा का मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उत्तर दिया, लेकिन विपक्ष ने वाकआउट किया।