हिमाचल को सेब नहीं फल राज्य बनाना चाहती है सरकार : महेंद्र सिंह
शिमला: बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा है कि राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश को सेब नहीं बल्कि फल राज्य बनाना चाहती है। उन्होंने कहा कि यह राज्य का दुर्भाग्य रहा है कि पहले इस दिशा में प्रयास नहीं किए गए। उन्होंने यह जानकारी विधायक रोहित ठाकुर और रीता धीमान की ओर से पूछे गए प्रश्न के उत्तर में दी। उन्होंने कहा कि सरकार परवाणू फल विधायन संयंत्र की क्षमता को 10 हजार मीट्रिक टन से 20 हजार मीट्रिक टन करेगी, जिसके लिए गत 22 फरवरी को निविदाओं के वित्तीय भाग को खोलकर उसका मूल्यांकन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि परवाणू में गत 3 वर्ष के दौरान 2326.31 मीट्रिक टन सेब जूस तैयार किया गया। उन्होंने कहा कि परवाणू संयंत्र दूर और गर्म क्षेत्र में स्थित है, जिस कारण काफी सेब यहां पहुंचने पर खराब हो जाता है। इसे देखते हुए अब ऊपरी शिमला के पराला में ही ऐसे संयंत्र को लगाया जाएगा, ताकि एच.पी.एम.सी. को भी लाभ हो और बागवानों का सेब भी न सड़े। उन्होंने कहा कि शिवा प्रोजैक्ट के तहत निचले हिमाचल में फल विधायन संयंत्रों को स्थापित किया जाएगा, ताकि नींबू प्रजाति के फलों पर आधारित जूस तैयार किया जा सके। उन्होंने कहा कि सिरमौर, बिलासपुर, ऊना, कांगड़ा और हमीरपुर सहित निचले क्षेत्रों को कलस्टर के लिए चुना गया है। उन्होंने कहा कि ए.डी.बी. स्वीकृत प्रोजैक्ट के तहत एक अन्य प्रोजैक्ट बनेगा तथा साढ़े 5 हैक्टेयर क्षेत्र में फलदार पौधों को लगाया जाएगा।
सरकारी स्कूलों को मिलेंगे 300 प्रिंसिपल : गोविंद
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा है कि सरकारी स्कूलों को जल्द 300 प्रिंसिपल मिलेंगे।