विधानसभा में गूंजा सीमैंट प्लांट से होने वाले प्रदूषण का मुद्दा
शिमला : हिमाचल प्रदेश विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान राज्य में लगे सीमैंट प्लांट से होने वाले प्रदूषण का मामला प्रमुखता से गूंजा। कांग्रेस विधायक और संजय अवस्थी ने इससे संबंधित प्रश्न पूछते हुए कहा कि दाड़लाघाट, बागा, मांगल और बरमाणा सीमैंट प्लांट के आसपास रहने वाले लोगों को प्रदूषण की समस्या से परेशानी आ रही है। विधायक यह भी जानना चाहते थे कि सरकार यह बताए कि जिस स्थान पर प्लांट लगा है, वहां से कितने किलोमीटर तक प्रदूषण फैलता है। उनका कहना था कि दाड़लाघाट की करीब 12 पंचायतों में लोगों को सांस लेने के अलावा अन्य स्वास्थ्य संबंधी विकारों से जूझना पड़ रहा है। इसके अलावा फसलों को भी नुकसान पहुंच रहा है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की गैर मौजूदगी में शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा है कि हिमाचल प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से अंबुजा सीमैंट प्लांट और अल्ट्राटैक सीमैंट प्लांट की परिधि में गांवों पर वायु प्रदूषण के प्रभाव का आकलन करने के लिए कोई सर्वेक्षण नहीं करवाया गया है। उन्होंने कहा कि सीमैंट प्लांट से कितने किलोमीटर क्षेत्र तक प्रदूषण फैलता है, इसकी जानकारी उनके पास नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड समय-समय पर इसका आकलन करता है। इसके अलावा सीमैंट प्लांट में प्रदूषण का स्तर मापने के लिए अलग से उपकरण लगे होते हैं। उन्होंने कहा कि एन.जी.टी. के निर्देशानुसार गठित कमेटी के आधार पर तैयार की गई रिपोर्ट में इस बात का पता चला है कि कुछ लोगों को प्रदूषण के कारण शारीरिक रुप से परेशानी आई है। उन्होंने कहा कि यदि कोई नियमों को तोड़ता है, तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करने का प्रावधान है।