महाशिवरात्रि के अवकाश के बाद बजट सत्र कल से

शिमला : 3 दिन के अवकाश के बाद हिमाचल प्रदेश विधानसभा बजट सत्र की कार्यवाही बुधवार 2 फरवरी प्रात: 10 बजे शुरू होगी। मुख्यमंत्री इस दौरान सदन को साप्ताहिक कार्यसूची की जानकारी देने के अलावा राज्यपाल अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का उत्तर देंगे। वह इस दौरान नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री सहित पक्ष-विपक्ष के नेताओं की तरफ से उठाए गए सवालों का जवाब भी देंगे। राज्यपाल अभिभाषण पर सदन में चर्चा 23 फरवरी को शुरू हुई थी तथा इसका उत्तर आने पर विपक्षी कांग्रेस की ओर से सदन से वाकआउट किए जाने की पूरी संभावना है। इससे पहले विपक्ष ने राज्यपाल के अभिभाषण पढऩे पर यह कहते हुए वाकआउट किया था कि इसमें झूठी जानकारी दी गई है। मुख्यमंत्री चर्चा का उत्तर देने के बाद मंडी के लिए रवाना होंगे। यहां पर वह अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेले में भाग लेंगे। उनका 3 मार्च सुबह 9 बजे शिमला वापस लौटने का कार्यक्रम है। शिमला पहुंचने पर वह विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेंगे और उसके बाद प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक होगी। बैठक में आगामी वित्तीय वर्ष, 2022-23 के लिए 4 मार्च को विधानसभा में पेश किए जाने वाले बजट को वैट किया जाएगा।
कर्मचारी से लेकर आम आदमी को बजट से उम्मीदें
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की ओर से 4 मार्च को प्रस्तुत किए जाने वाले बजट में कर्मचारी से लेकर आम आदमी को उम्मीदें हैं। इसमें मुख्य रुप से एन.पी.एस. कर्मचारी पुरानी पैंशन बहाली की उम्मीद लगाए बैठे हैं। उनको यह उम्मीद इसलिए है, क्योंकि विपक्षी कांग्रेस के नेता अभी से लेकर यह कहते फिर रहे हैं कि सत्ता में आने पर वह पुरानी पैंशन को बहाल करेंगे। इसी तरह आउटसोर्स कर्मचारी अपने लिए स्थाई नीति बनाए जाने की मांग कर रहे हैं। राज्य में आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए स्थाई नीति न होने से उनको न तो उचित मानदेय मिल रहा है और न ही ई.पी.एफ. सहित अन्य तरह की विसंगतियों को दूर किया गया है। निगम-बोर्ड से विभागों में समायोजित होकर सेवानिवृत्त हुए 7,500 सेवानिवृत्त कर्मचारी सरकार से पुरानी पैंशन मिलने की उम्मीद लगाए बैठे हैं। यह ऐसे सेवानिवृत्त कर्मचारी है, जो पुरानी पैंशन के दावेदार है। हालांकि यह निर्णय सरकार की वित्तीय स्थिति को ध्यान में रखकर लिया जा सकता है।