शिमला में प्रस्तावित दुनिया के दूसरे सबसे लंबे रोपवे निर्माण के टेंडर जल्द होंगे
शिमला : प्रदेश की राजधानी शिमला में प्रस्तावित दुनिया के दूसरे सबसे लंबे रोपवे निर्माण के टेंडर जल्द होंगे। न्यू डेवलेपमेंट बैंक (एनडीबी) ने शिमला में 1734.40 करोड़ की लागत से बनने वाले इस रोपवे के निर्माण के अग्रिम टेंडर लगाने की अनुमति दे दी है। शिमला में प्रस्तावित इस रोपवे की लंबाई 13.79 किमी होगी। रोपवे तारादेवी से मैहली तक बनेगा। शिमला में बनने वाला यह रोपवे अपने आप में एक आकर्षण होगा। इसके बनने से शिमला मेें ट्रैफिक जाम से काफी हद तक निजात मिलगी। सनद रहे कि दुनिया का सबसे लंबा रोपवे बोलीविया में है । बोलीविया में रोपवे की लंबाई 32किमी है। उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर रोपवे के अग्रिम टेंडर लगाने की अनुमति देने की बात साझा की है। मुकेश अग्निहोत्री ने सोशल मीडिया पर साझा किया कि शिमला रोपवे के निर्माण का रास्ता प्रशस्त हुआ है। मुकेश ने लिखा कि 13.79 किलोमीटर दूरी वाला यह विश्व का दूसरा और भारत का पहला सबसे लंबा रोपवे होगा। उल्लेखनीय है कि इस रोपवे के निर्माण का जिम्मा हिमाचल प्रदेश में रोपवे एंड रैपिड सिस्टम डेवलपमेंट कारपोरेशन के पास है।शिमला में प्रस्तावित तारादेवी- मैहली रोपवे के अलावा प्रदेश में बाबा बालक नाथ दियोटसिद्ध में रोपवे बनाने को लेकर कैबिनेट ने मंजूरी दी है। इसके अलावा बगलामुखी मंदिर में रोपवे बन कर तैयार हो चुका है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक एनडीबी की मदद से बनने वाले रोपवे में शुरुआत में 220 ट्राली होंगी जो परियोजना के पूरा होने पर 660 तक की संख्या में होंगी। रोपवे मार्ग में एक तरफ से एक हजार लोगों की आवाजाही शुरुआती तौर पर रहेगी, वहीं , दोनों तरफ से दो हजार लोग एक घंटे में सफर कर पाएंगे।रोपवे में तारादेवी , चक्कर कोर्ट परिसर , टूटीकंडी पार्किंग , न्यू आईएसबीटी , 103 टनल , रेलवे स्टेशन , विक्ट्री टनल ,ओल्ड बस स्टैंड , लक्कड़ बाजार , आईजीएमसीए संजौली , नवबहार , सचिवालय व लिफ्ट के पास बोर्डिंग स्टेशन चिन्हित किए गए हैं।