मैं देश में धर्म की राजनीति व मस्जिदों में होने वाले सर्वेक्षण के खिलाफ हूं : रॉबर्ट वाड्रा
शिमला : कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के पति व व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा ने कहा है कि मैं देश में धर्म की राजनीति व मस्जिदों में होने वाले सर्वेक्षण के खिलाफ हूं। उन्होंने कहा कि देश में धर्म के आधार पर राजनीति नहीं होनी चाहिए तथा सभी वर्गों एवं सम्प्रदायों को अपनी-अपनी पूजा-पद्धति का अधिकार होना चाहिए। शिमला के ऐतिहासिक जाखू हनुमान मंदिर में माथा टेकने पहुंचे रॉबर्ट वाड्रा पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे। उनको जाखू मंदिर मंदिर कमेटी की ओर से हनुमान जी का चित्र भी भेंट किया गया। राजनीति में शामिल होने को लेकर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में रॉबट वाड्रा ने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा राजनीति में आकर बेहतर कार्य कर रही है। वह समाज के उपेक्षित वर्ग की आवाज को उठाने के अलावा संसद में उन विषयों को भी उठा रही है, जिससे भाजपा किनारा करना चाहती है। प्रियंका ने इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी से भी राजनीति में बहुत कुछ सीखा है। वह संसद में फिलिस्तीन और बांग्लादेश के साथ महिला सुरक्षा के मुद्दे को उठा रही है। इसी तरह केंद्र सरकार से एम.एस.पी. की मांग कर रहे आंदोलनरत किसानों की मांग भी उठाया है। उनकी तरफ से संसद में जो मुद्दे उठाए गए हैं, उसका सरकार उचित जवाब नहीं दे पाई है। मुझे उन पर गर्व है तथा वह संसद में बड़ा बदलाव लाएगी। रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि डा. मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री के रुप में देश की बेहतर सेवाएं की, लेकिन उनको मृत्यु के बाद केंद्र सरकार की तरफ से उचित मान-सम्मान नहीं मिला। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री के अंतिम संस्कार के लिए चुनी गई जगह पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि डा. मनमोहन सिंह को देश में आर्थिक सुधारों और परमाणु समझौते के लिए याद किया जाएगा। उनके कार्यकाल में किसी को केंद्रीय एजैंसियों से डरते या उनका दुरुपयोग होते हुए नहीं देखा गया। यदि उनके नाम पर किसी बड़े शिक्षण या अन्य संस्थान का नाम रखा जाता है, तो यह बड़े सम्मान की बात होगी। हिमाचल प्रदेश उनका अपना घर है तथा उनका अकसर शिमला में आना जाना लगा रहता है और जाखू मंदिर आकर उन्होंने पूरे देश, अपने परिवार व बच्चों के लिए प्रार्थना की है।