राष्ट्रपति चुनाव के लिए हिमाचल से 1 विधायक का वोट इनवैलिड
शिमला: राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव में हिमाचल प्रदेश से 1 विधायक का वोट इनवैलिड (रद्द) पाया गया है। यानि प्रदेश से 1 विधायक का वोट इनवैलिड होने के कारण इसकी गणना किसी के पक्ष में नहीं की गई। हैरानी इस बात की है कि जो माननीय प्रत्येक वोट को कीमती मानकर चलते हैं, उनमें से 1 नेता की तरफ से अपने मताधिकार का प्रयोग सही न कर पाना कई सवाल खड़े करता है? पहला यह कि संबंधित विधायक ने गलती के कारण ऐसा हो गया हो और दूसरा कि जानबूकर ऐसा किया गया हो? इसमें दूसरा कारण सही प्रतीत होता है, क्योंकि माननीय के लिए मतदान से पहले बाकायदा रिहर्सल करवाई गई हो। इसके बाद उनसे मतदान के दौरान ऐसी अपेक्षा नहीं की जा सकती। वैसे भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बार राष्ट्रपति चुनाव को लेकर पूरी कोशिश की कि पक्ष या विपक्ष की तरफ से कोई भी वोट खराब न हो। भले ही वोट पक्ष में पड़े या विपक्ष के खाते में जाए। इसके बावजूद हिमाचल प्रदेश के खाते में 1 वोट इनवैलिड पड़ा है। इस तरह हिमाचल प्रदेश से केंद्र में सत्तारुढ़ एन.डी.ए. प्रत्याशी द्रौपदी मुुर्मू के पक्ष में 45 वोट पड़े। मौजूदा समय में 43 विधायक भाजपा के है तथा 2 निर्दलीय विधायक उनको समर्थन कर रहे हैं। यह दोनों निर्दलीय विधायक अब भाजपा में भी शामिल हो चुके हैं। इसके विपरीत प्रदेश में कांग्रेस के 22 विधायक है और केंद्र में विपक्षी दलों के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा को 22 ही वोट पड़े हैं। इसी तरह प्रदेश से 1 मात्र विधायक माकपा के है। राष्ट्रपति पद के लिए गुप्त तरीके से मतदान हुआ था। ऐसे में किस विधायक ने इनवैलिड वोट डाला कहना मुश्किल है?