नड्डा-आनंद शर्मा मुलाकात से हिमाचल की सियासत गरमाई
शिमला : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा की गत दिन हुई मुलाकात से हिमाचल की सियासत गरमा गई है। ऐसे में जी.-23 से संबंध रखने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री के भाजपा में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई है। हालांकि इस मुलाकात के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री ने भाजपा में शामिल होने की अटकलों पर फिलहाल विराम लगाया है। उनकी तरफ से कहा गया है कि नड्डा उनके लिए केवल भाजपा अध्यक्ष ही नहीं है, उनसे परिवार जैसा रिश्ता है। वह सामाजिक समारोहों एवं अन्य महत्वपूर्ण अवसरों पर एक-दूसरे से मिलते रहे हैं। ऐसे में वैचारिक मतभेद होने के बावजूद व्यक्तिगत रिश्तों को अनदेखा नहीं किया जा सकता। उल्लेखनीय है कि आनंद शर्मा का संबंध हिमाचल प्रदेश से है और वह 3 बार राज्यसभा में यहां का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। पहली बार वह वर्ष, 1984-90, दूसरी बार 2004-10 तथा तीसरी बार वर्ष, 2016 से 2 अप्रैल, 2022 तक हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए हैं। यानि आनंद शर्मा कुल मिलाकर 4 बार राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए हैं, जिसमें से 3 बार वह हिमाचल प्रदेश से चुने गए हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा का संबंध जी.-23 के उन नेताओं से हैं, जिन्होंने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को लेकर सवाल उठाए हैं। जी.-23 में गुलाम नबी आजाद जैसे कांग्रेस के दिग्गज नेता शामिल है। ऐसे में उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलों को हवा मिल रही है। वैसे भी इस साल के अंत में प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने है, तो प्रदेश से संबंध रखने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा प्रदेश में कांग्रेस के सियासी गणित को बदल सकते हैं। स्वर्गीय वीरभद्र ङ्क्षसह के प्रदेश का मुख्यमंत्री रहते हुए भी उनका नाम सी.एम. पद के दावेदारों में लिया जाता रहा है। हालांकि उन्होंने प्रदेश की बजाए केंद्र की राजनीति को तरजीह दी है।