मैडीकल डिवाइस पार्क प्रोजैक्ट सिरे चढ़ाने के लिए 2 समितियां गठित
शिमला : सोलन जिला के नालागढ़ में प्रस्तावित मैडीकल डिवाइस पार्क निर्माण एवं स्थापना से संबंधित सभी कार्यों को सुचारू रुप से क्रियान्वित करने के लिए प्रदेश सरकार ने 2 समितियों का गठन किया है। इस परियोजना की राज्य क्रियान्वयन एजैंसी हिमाचल प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम (एच.पी.एस.आई.डी.सी.) है। परियोजना के लिए एक समिति उद्योग विभाग के प्रशासनिक सचिव तथा दूसरी समिति उद्योग विभाग के निदेशक की अध्यक्षता में गठित की गई है। प्रशासनिक सचिव की अध्यक्षता में गठित पहली उच्च स्तरीय समिति में उद्योग विभाग के निदेशक को सदस्य सचिव बनाया गया है। इसके अलावा जल शक्ति विभाग के सचिव, ऊर्जा विभाग के सचिव, पर्यावरण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के निदेशक, एच.पी.एस.आई.डी.सी. के प्रबंध निदेशक, केंद्र सरकार के फार्मास्यूटिकल विभाग के प्रतिनिधि, राष्ट्रीय फार्मास्यूटिकल शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान के निदेशक और पी.जी.आई. के सैंटर फॉर इनोवेशन एंड बायो डिजाइन के प्रतिनिधि को सदस्य के रुप में शामिल किया गया है। यह उच्च स्तरीय समिति परियोजना के संबंध में कई महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए अधिकृत होगी तथा प्रदेश सरकार और राज्य क्रियान्वयन एजैंसी के बीच एक कड़ी के रुप में कार्य करेगी। निदेशक उद्योग की अध्यक्षता में गठित दूसरी कार्यकारी समिति में अतिरिक्त निदेशक उद्योग इसके संयोजक होंगे। इसके सदस्यों में एच.पी.एस.आई.डी.सी. के प्रबंध निदेशक, सैंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑरगेनाइजेशन बद्दी के प्रतिनिधि, बिजली बोर्ड वृत्त सोलन के अधीक्षण अभियंता, जल शक्ति विभाग के वृत्त सोलन के अधीक्षण अभियंता, मैडीकल डिवाइसेस क्षेत्र से चयनित विशेषज्ञ और केंद्र सरकार से नामांकित 2 सदस्य शामिल किए गए हैं। इनके अलावा कार्यकारी समिति भी अन्य सदस्यों का चयन कर सकती है। कार्यकारी समिति परियोजना को निर्धारित समय अवधि में पूरा करने की दिशा में कार्य करेगी तथा हर तिमाही के बाद परियोजना की प्रगति की समीक्षा करेगी। उल्लेखनीय है कि नालागढ़ में इस पार्क के पूरी तरह से क्रियाशील होने पर करीब 810 करोड़ रुपए निवेश होने की संभावना है। इस प्रोजैक्ट के लिए विभागीय स्तर पर नालागढ़ में टैक्नीकल डिविजन खोलने का निाणर््य लिया गया है।