खुशहाला मंदिर से तुलसी विवाह के लिए आंजी ब्राह्मणा पहुंची बारात
शिमला : शोघी से लगते खुशहाला महावीर मंदिर (बड़ा ठाकुरद्वारा) से देवठनी एकादशी पर तुलसी विवाह के लिए आंजी ब्राह्मणा ग्राम के लिए ठाकुर जी की बारात निकली। पहाड़ी लोक वाद्य यंत्रों के साथ यह बारात ठीक उसी तरह से निकली, जिस तरह से आम लोगों के घर में विवाह होता है। ठाकुर जी ने दुल्हन के रुप में पूरे साज श्रृंगार के साथ तैयार की गई तुलसी फेरे लिए। जिसके घर बारात गई, उन्होंने माता-पिता की तरह तुलसी को अपने घर से विदा किया। इस दौरान महिलाओं ने पहाड़ी गिद्दे पर नृत्य भी किया। खुशहाला मंदिर समिति के महासचिव प्रेम ठाकुर के अनुसार देवठनी एकादशी के अवसर पर प्रति वर्ष मंदिर परिसर से ठाकुर जी की बारात के लिए निमंत्रण मिलता है। इसके बाद मंदिर से ठाकुर जी दूल्हा बनकर तुलसी के साथ विवाह करके वापस लौटते हैं। इस दौरान मंदिर परिसर एवं जिस घर से तुलसी का विवाह होता है, वहां पर आम लोगों के लिए भोज का आयोजन किया जाता है। साथ ही बारातियों का स्वागत भी पारम्परिक रस्मों के अनुसार किया जाता है।