खेलो इंडिया यूथ गेम्स का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चेन्नई में किया शुभारंभ
शिमला : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चेन्नई के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में खेलो इंडिया यूथ गेम्स की शुरुआत की। यह खेल 31 जनवरी तक चलेंगे। इस दौरान केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर, तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन, तमिलनाडु के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन और केंद्रीय युवा एवं खेल मामलों एवं गृह राज्य मंत्री निशित प्रमाणिक भी मौजूद थे। यह पहली बार है कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन दक्षिण भारत में हो रहा है। खेलो इंडिया यूथ गेम्स के इस छठे संस्करण में 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 5630 से अधिक युवा एथलीट 26 खेल विधाओं में अपना दमखम दिखाएंगे। यह खेल पूरे तमिलनाडु में चार स्थानों पर चेन्नई, कोयंबटूर, मदुरई और त्रिचि में आयोजित किए जाएंगे। खेलों के शुभारंभ के दौरान अपने संबोधन में केंद्रीय युवा एवं खेल मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि कैसे 2016 में शुरू किया गया खेलो इंडिया आज एक देशव्यापी आंदोलन बनकर भारतीय खेलो के लिए एक गेम चेंजर साबित हुआ है। उन्होंने कहा कि आज खेलो इंडिया जमीनी स्तर की प्रतिभा को तरास कर उन्हें ओलंपिक में मेडल जीतने लायक बन रहा है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ही दृष्टि और मजबूत नेतृत्व का परिणाम है कि आज भारत ओलंपिक, पैरालंपिक, एशियाई, पारा एशियाई और कॉमनवेल्थ खेल सहित सभी प्रतिस्पर्धाओं में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहा है। अनुराग ठाकुर ने आगे बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने 2030 में यूथ ओलंपिक और 2036 में ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए अपनी दावेदारी पेश की है। सरकार अपनी तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ रही है, इसलिए अब आप सभी युवा एथलीटों की भी जिम्मेदारी है कि मशाल उठाएं और भारत का परचम लहराएं। अनुराग ठाकुर ने आगे तमिलनाडु सहित दक्षिण भारत में खेलो के प्रति जोश और जुनून को अद्भुत बताते हुए कहा कि अगस्त 2023 में एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी, जून 2023 में स्क्वैश विश्व कप और जुलाई 2022 में 44वें शतरंज ओलंपियाड की सफल मेजबानी कर तमिलनाडु ने विश्व स्तर पर भारत की खेल छवि को ऊपर उठाया है। उन्होंने कहा कि इस भूमि ने हमें विश्वनाथन आनंद और शरद कमल जैसे कई महान एथलीट दिए हैं। आज दुनिया भर में भारत का मान सम्मान बढ़ाने वाले हम सब के चहेते ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञाननंद भी यही से हैं।