भारत-बांगलादेश संबंध प्रगाढ़ता के लिए मिलकर काम करने की आवश्यकता : राजकुमार
शिमला : भारत के विदेश राज्यमंत्री राजकुमार रंजन सिंह ने कहा है कि भारत-बांगलादेश के संबंधों में और प्रगाढ़ता लाने के लिए मिलकर काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भारत ने सदैव ही अपने पड़ौसी देशों के साथ सहयोग का हाथ बढ़ाया है। राजकुमार रंजन सिंह यहां भारत-बांग्लादेश मैत्री संबंधों के 50 साल पूरा होने के अवसर पर आयोजित दसवें दौर के मैत्री संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत और बांगलादेश मैत्री का इतिहास 50 साल पुराना है, जिसमें समय के साथ अधिक प्रगाढ़ता आई है। बांगलादेश के विदेश राज्यमंत्री मोहम्मद शहरयार आलम ने कहा कि दोनों देशों में सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए सुरक्षा क्षेत्र में सहयोग जरुरी है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के संबंधों को मधुर बताया। गवर्निंग कांउसिल इंडिया फांउडेशन के सदस्य व भाजपा के थिंक टैंक माने जाने वाले राम माधव ने दोनों देशों के बीच रिश्तों को और अधिक प्रगाढ़ करने पर बल दिया। राज्यसभा सदस्य एम.जे. अकबर ने भी दोनों देशों के मैत्री संबंधों पर प्रकाश डाला। दो दिन तक चलते वाले इस मैत्री संवाद में मुख्य रुप से 4 विषयों को लेकर मंत्रणा हो रही है। इसमें दोनों देशों में मैत्री को मजबूत करने के लिए कनेक्टिविटी और उप-क्षेत्रीय संगठनों की भूमिका, सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए सुरक्षा सहयोग, आर्थिक विकास के लिए व्यापार व निवेश को बढ़ावा देना तथा शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन से जुड़े विषयों को चर्चा के लिए चुना गया है। इस संवाद में भाग लेने के लिए बांग्लादेश के उप शिक्षा मंत्री एम. हुसैन चौधरी, बांग्लादेश के पूर्व मंत्री जे.के. नाईक, राज्यसभा सांसद सुरेश प्रभु, भारत में बांग्लादेश के उच्चायुक्त मोहम्मद ईमरान, गवर्निंग कांउसिल इंडिया फांउडेशन के सदस्य शौर्य डोवाल, राज्यसभा सदस्य स्वप्र दास गुप्ता व भुवनेश्वर कलिटा तथा लोकसभा सदस्य राजदीप रॉय जैसे गणमान्य व्यक्तियों को न्यौता भेजा गया है।
राज्यपाल की ओर से रात्रि भोज का आयोजन
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने भारत-बांगलादेश मैत्री संवाद में भाग लेने आए दोनों देशों की जानी-मानी हस्तियों के सम्मान में रात्रि भोज का आयोजन किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह मैत्री संवाद दोनों देशों के संबंधों को और मजबूती प्रदान करेगा।
मैत्री संवाद से मीडिया को रखा दूर
शिमला के होटल पीटरहॉफ में आयोजित इस मैत्री संवाद से मीडिया को दूर रखा गया। यहां तक कि इस महत्वपूर्ण आयोजन को लेकर जानकारी को साझा तक नहीं किया गया।