डॉक्टर के छोड़े मरीज में पहुंचते हैं कारोबारी राकेश सोनी के पास उपचार करवाने
शिमला : हिमाचल प्रदेश में कई ऐसे वैद्य एवं घरेलू नुसखों को जानने वाले लोग रहते हैं, जिनकी दवा डॉक्टरी ईलाज से कहीं कारगर साबित होती है। शिमला के मिडिल बाजार में सोने एवं चांदी के आभूषणों के कारोबारी राकेश सोनी भी उनमें से एक है, जो कई गंभीर बीमारियों की दवाओं को देते हैं। मूलत: हमीरपुर जिला के लंबलू गांव से संबंध रखने वाले राकेश सोनी से पहले उनके पिता स्वर्गीय अमर सिंह वर्मा वर्ष, 1962 से यह दवाएं देते थे। पिता के निधन के बाद राकेश सोनी दवाओं को देने का काम करते हैं। इस कारण अकसर उनके पास बालों में कीड़ा लगने, बवासीर और गैंगरीन सहित अन्य गंभीर बीमारियों से पीडि़त मरीजों की भीड़ को देखा जा सकता है। इसमें कई मरीज ऐसे भी हैं, जो देश-विदेश के नामी चिकित्सा संस्थानों में अपना उपचार करवाने के बाद भी ठीक नहीं हुए। बाद में जब वह कारोबारी राकेश सोनी के पास दवा लेने आए तो पहले की तरह ठीक हो गए। उनकी दवा इतनी कारगर है कि कुछ नियमों का पालन करने पर इसका कोई साइड इफैक्ट नहीं पड़ता।
औषधीय तेल व पाऊडर कारगर
राकेश सोनी बाल में कीड़ा लगने से रोकने के लिए औषधीय तेल देते हैं। इस तेल को लगाने से कीड़ा लगने के कारण झडऩे वाले बाल पहले गिरना बंद हो जाते हैं तथा बाद में पहले जैसे बाल सिर पर नजर आते हैं। उनके पास बालों में कीड़ा लगने वाले कई ऐसे मरीज भी पहुंचे हैं, जिन्होंने सिर में बिग (नकली बाल) लगाए थे, लेकिन बाद में पहले की तरह ठीक हो गए। इसी तरह बवासीर के उपचार के लिए उनकी तरफ से दिया जाने वाले पाऊडर का सेवन केले के साथ करना पर बीमारी ठीक हो जाती है। इसके अलावा हाथ-मुंह पर मोके, शरीर पर सफेद दाग और एलर्जी इत्यादि की भी दवा देते हैं।
ठीक होने पर मरीज खुद देते हैं सूचना
कारोबारी राकेश सोनी बताते हैं कि दवा लेने के बाद ठीक होने वाले मरीज खुद इसकी सूचना उनको देने आते हैं। इसके लिए बाकायदा रजिस्टर रखा हुआ है, जिसमें उपचार से पहले और बाद में ठीक होने वाले कई मरीजों की फोटों भी उपलब्ध है। इसमें कई मरीजों ने अपना नाम व पता लिखकर जानकारी दी है।