विधानसभा चुनाव से पहले हाटी समुदाय को मिला जनजातीय का दर्जा
शिमला : हिमाचल विधानसभा चुनाव से पहले हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा देने का फैसला लेकर भाजपा ने मास्टर स्ट्रोक खेला है। हिमाचल को बल्क ड्रग फार्मा पार्क आबंटित करने के बाद पीएम ने हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा देने का फैसला लेकर सिरमौर की सियासत को साधने का प्रयास मास्टर स्ट्रोक से किया है। मोदी कैबिनेट के फैसले से हाटी समुदाय की 5दशक पुरानी मांग पूरी हुई है।
उत्तराखंड का जौनसार बावर किसी जमाने में सिरमौर रियासत का भाग था। कालसी सिरमौर रियासत की राजधानी हुआ करती थी। सिरमौर जिला के गिरीपार व जौनसार बावर के मध्य टौंस नदी है। टौंस दोनों इलाकों के बेशक अलग करती हो, मगर दोनों ही क्षेत्रों के रीति रिवाज लगभग समान हैं। जौनसार बावर को 1967 में जनजातीय दर्जा मिला। सिरमौर जिला के हाटी समुदाय के लोग इसी साल से गिरी पार को जनजातीय दर्जा देने की मांग कर रहे हैं। गिरी पार हाटी समुदाय समुदाय बाहुल्य है। करीब 133 पंचायतों में हाटी समुदाय निवास करता है। इनमें से 31 पंचायतें राजगढ़, 41 संगड़ाह , 49 शिलाई व 12 पांवटा साहिब में हैं। इन पंचायतों में हाटी समुदाय की आबादी करीब एक लाख 60 हजार है। हालांकि गिरी पार के अनुसूचित जाति के कुछ संगठन पहले से ही हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा देने का विरोध कर रहे हैं। मगर केंद्र सरकार ने फैसले में अनुसूचित जाति का लाभ ले रही जातियों को इस निर्णय से बाहर रखा है।
हाटी समुदाय की सिरमौर की पच्छाद, रेणुका, शिलाई व पांवटा व नाहन पांचों विधान सभा क्षेत्रों में अच्छी खासी आबादी है। मोदी सरकार के इस समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने के फैसले का असर विधान सभा चुनाव पर पड़ सकता है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि पीएम मोदी ने विधान सभा चुनाव से पहले यह बड़ा मास्टर स्ट्रोक खेला है।फैसला सिरमौर जिला में कांग्रेस के चुनावी अंक गणित को गड़बड़ा सकता है। भाजपा को विधान सभा चुनाव में इसका सीधा फायदा हो सकता है। फैसले से हाटी समुदाय किस कदर प्रसन्न है इसका अंदाजा शिमला की सडक़ों पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के समर्थन में नारे लगाते समुदाय के लोगों की आवाजों से लगाया जा सकता है। फैसले के बाद शिमला में रह रहे हाटी समुदाय के कई लोग शिमला की सडक़ों पर जयराम जी को जय श्री राम के नारे लगाते देखे गए।
जानकारी के मुताबिक 1979 में राष्ट्रीय अुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष भोला पासवान ने हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा देने की सिफारिश की थी। इसके बाद 1994 में प्रदेश विधान सभा की कन्हैया लाल कमेटी ने भी इसी तरह की सिफारिश सरकार से की थी।
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भाजपा ने 2014 के लोक सभा चुनाव में हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा देने का वायदा किया था। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं मोदी सरकार में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 4 मई 2014 को नाहन में जनसभा में हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा प्रदान करने का वायदा किया था। उन्होंने कहा था कि भाजपा के सत्ता में आने की स्थिति में हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा प्रदान किया जाएगा। बुधवार को हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा देने के मोदी कैबिनेट के फैसले के साथ ही भाजपा ने अपने चुनावी वायदे को करीब 8 सालों में पूरा कर लिया है।