राज्यपाल की नाराजगी दूर करने राजभवन पहुंचे मुख्यमंत्री
शिमला : कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के कुलपति की नियुक्ति एवं योग दिवस पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल की नाराजगी सामने आने के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शुक्रवार राजभवन पहुंचे। मुख्यमंत्री को सुबह ओकओवर से ऊना के लिए रवाना होना था, लेकिन इससे पहले वह सीधे राजभवन पहुंचे तथा राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से करीब 1 घंटे बंद कमरे में मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में योग दिवस पर हुई लापरवाही को स्वीकार किया तथा स्पष्ट किया कि भविष्य में ऐसा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव एवं 6 विधानसभा उपचुनाव में व्यस्तता के चलते वह 4 माह से राज्यपाल से मुलाकात नहीं कर पाए थे। उन्होंने कहा कि सरकार संवैधानिक पद के दायित्व का निर्वहन कर रहे राज्यपाल को पूरा मान-सम्मान करती है। उन्होंने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के कुलपति से जुड़ी फाइल संवाद की कमी के कारण विधि विभाग के पास आवश्यक पड़ताल के चलते पड़ी रही। उन्होंने कहा कि यह फाइल 3-4 माह पहले ही सरकार के पास पहुंच चुकी थी तथा भविष्य में इस तरह के विषयों का ध्यान रखा जाएगा।
कानून व्यवस्था से खिलवाड़ नहीं होने देंगे
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ नहीं होने देगी। फिर चाहे बिलासपुर की घटना हो या फिर खजियार की। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में दलगत राजनीति को भी आड़े नहीं आने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक-दो घटनाओं को छोड़ कानून व्यवस्था के हालात सामान्य है।
राज्यपाल-सी.एम. मुलाकात के बीच वी.सी. पहुंचे राजभवन
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के बीच जब बंद कमरे में मुलाकात चल रही थी, तो उसी समय केंद्रीय विश्वविद्यालय के साथ हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के कुलपति का दायित्व देख रहे प्रो. एस.पी. बंसल भी राजभवन पहुंचे। कुलपति के नेतृत्व में आए एक प्रतिनिधिमंडल ने इस दौरान राज्यपाल से मुलाकात की।
चंद्र कुमार की बयानबाजी से उजपा विवाद
कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर की फाइल के राजभवन में लंबित होने को लेकर बयान दिया था। उनके इस बयान के सामने आने के बाद राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल मीडिया के सामने आए।
विवाद के बीच अवकाश पर गए राज्यपाल के सचिव
राजभवन व सरकार के बीच सामने आए विवाद के बीच राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा 17 जुलाई तक अवकाश पर चले गए हैं। हालांकि उन्होंने अवकाश पर जाने के लिए पहले से आवेदन किया था। उनके स्थान पर शुक्रवार को निदेशक लैंड रिकार्ड सी.पी. वर्मा ने राज्यपाल के सचिव पद का अतिरिक्त दायित्व ग्रहण कर लिया।
राज्यपाल से सार्वजनिक माफी मांगे कृषि मंत्री : बिंदल
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल ने कहा कि राज्यपाल से कृषि मंत्री चंद्र कुमार को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत प्रदेश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर बैठे राज्यपाल के खिलाफ इस तरह की टिप्पणी करना गैर जिम्मेदाराना है। उन्होंने कहा कि यह टिप्पणी राज्यपाल पद की गरिमा का अपमान करना है।
विश्वविद्यालयों की स्वायतता पर हमला कर रही सरकार : जयराम
नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राज्यपाल के खिलाफ कृषि मंत्री की तरफ से की गई टिप्पणी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार विश्वविद्यालयों की स्वायतता पर हमला कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल संवैधानिक दायित्व के तहत अपना कार्य करते हँ, लेकिन सरकार को उनकी मान-मर्यादा का ध्यान नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार अपनी मर्जी से कुलपति की नियुक्ति चाहती है, जो स्वायत संस्थानों पर हमला है।