हिमाचल के कर्मचारियों को कल मिलेगा वेतन
शिमला : वित्तीय संकट के बीच प्रदेश सरकार अपने कर्मचारियों को 1 अक्तूबर को वेतन देने जा रही है। इसके लिए सरकारी स्तर पर सभी औपचारिकताएं पूर्ण कर ली गई है। यानी सरकारी कोषागार में इतनी नकदी उपलब्ध है, जिससे कर्मचारियों का वेतन पहली तारीख को दिया जा सके। इसको लेकर वित्त विभाग ने पहले ही 28 तारीख को स्थिति स्पष्ट कर दी थी। प्रदेश में वेतन व पैंशन देने का संकट पिछले माह से सामने आया था, जब सरकार की तरफ से कर्मचारियों को वेतन 5 व पैंशन 10 तारीख को देने का निर्णय लिया गया था। इसको लेकर सरकार ने तर्क दिया था कि ऐसा करके सरकार ऋण के ब्याज पर अदा की जाने वाली 3 करोड़ रुपए की राशि को प्रतिमाह बचाएगी। इस बार सरकार ने कर्मचारियों का वेतन पहली एवं पैंशन 9 तारीख को देने का निर्णय लिया है। उधर, सरकार की तरफ से पैंशन 9 तारीख को देने के निर्णय पर विरोध के स्वर उठने शुरू हो गया हैं। हिमाचल प्रदेश सचिवालय एवं अन्य संबद्ध पैंशनर कल्याण संघ के प्रधान मदल लाल शर्मा एवं महासचिव भूपराम वर्मा ने आरोप लगाया कि सरकार कर्मचारी और पैंशनरों के बीच लड़ाई करवाना चाहती है। ऐसा करके सरकार डी.ए. और एरियर की मांग से कर्मचारी और पैंशनरों का ध्यान भटकाने का प्रयास भी कर रही है। उन्होंने कहा कि पैंशनर संघ इस मुद्दे को लेकर 2 से 3 दिन के भीतर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेगा, जिसमें प्रदेश में वित्तीय आपातकाल को लगाए जाने की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह निर्णय पैंशनरों की बैठक में लिया गया, जिसमें संघ के अन्य पदाधिकारी नीलम शर्मा, आर.एस. नेगी, रमा कुमार और सिया सूद ने भी भाग लिया। बैठक में पैंशनरों का कहना था कि यदि सरकार को लगता है कि कर्मचारियों को पहली तारीख को ऋण की किस्त देनी होती है, तो पैंशनरों को अपनी मासिक किस्त देनी होती है। ऐसे में सरकार की तरफ से अपनाया जाने वाला रवैया पक्षपातपूर्ण है।