आर्थिक सर्वेक्षण में विकास दर 8.3 फीसदी रहने का अनुमान
शिमला : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की तरफ से विधानसभा में प्रस्तुत वर्ष, 2021-22 के आर्थिक सर्वेक्षण में विकास दर यानि सकल घरेलू उत्पाद (जी.डी.पी.) के 8.3 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया है। इसमें पिछले वित्तीय वर्ष, 2020-21 के मुकाबले 2.7 फीसदी रहने का अनुमान है। वर्ष, 2020-21 में प्रति व्यक्ति आय 2,01,854 रहने का अनुमान है, जो राष्ट्रीय औसत से 51,528 रुपए अधिक है। इसमें बीते वर्ष के मुकाबले 10.1 फीसदी की वृद्धि होने का अनुमान है। कोविड-19 के कारण कृषि व संबद्ध क्षेत्र प्रभावित हुए हैं और वर्ष, 2020-21 में इस क्षेत्र में 8.7 फीसदी वृद्धि होने का अनुमान है। अग्रिम अनुमानों के अनुसार उद्योग क्षेत्र का सकल मूल्य वर्धन (जी.वी.ए.) के 11 फीसदी बढऩे की बात कही गई है। इस क्षेत्र में पिछले वर्ष की तुलना में 2.1 फीसदी ऋणात्मक वृद्धि की तुलना में 6.3 फीसदी वृद्धि होने की संभावना है। बागवानी क्षेत्र में उत्पादन में 11.9 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई है। सतत विकास लक्ष्यों (एस.डी.जी.) में हिमाचल प्रदेश का देश में दूसरा रैंक आंका गया है, जबकि उत्तर-पूर्व और पहाड़ी राज्यों में राज्य अव्वल रहा है। वर्ष, 2021-22 में स्थिर कीमतों पर सकल घरेलू उत्पाद या वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद का अनुमान 1,24,400 करोड़ है। औद्योगिक क्षेत्र में 11.3 फीसदी वृद्धि दर दर्शाई गई है। कोरोना महामारी के कारण वर्ष, 2020 में पर्यटकों के आगमन में 81 फीसदी कम आई है, परंतु दिसम्बर, 2021 में आगमन में 75.44 फीसदी की वृद्धि हुई है। ऊर्जा क्षेत्र में वृद्धि की बात कही गई है। मुद्रा स्फीति जो वित्तीय वर्ष, 2016-17 में 4.6 फीसदी थी, उसके वर्ष, 2020-21 में 5.2 फीसदी रहने का अनुमान है। कोविड-19 के कारण 29 जनवरी, 2022 तक 2,63,914 लोग संक्रमित हुए हैं, जिसमें 3,944 की मौत हुई है। सरकार कीओर से धर्मशाला में आयोजित इन्वैस्टर मीट में 96 हजार करोड़ रुपए से अधिक के 703 समझौते हुए, जिसके आधार पर 13,488 करोड़ रुपए की पहली और 28,197 करोड़ रुपए की दूसरी ग्रांउड ब्रेकिंग हुई है। प्रदेश में प्रस्तावित इस निवेश से 80 हजार लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार मिलने की संभावना है।