प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक संयोग नहीं खूनी साजिश थी : जयराम
शिमला : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री की सूरक्षा में चूक संयोग नहीं खूनी साजिश था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सीमा से 10 किलोमीटर दूर काफिला रोका जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जिस स्थान से प्रधानमंत्री का काफिला गुजरता है, वहां पर सारी दुकानें बंद रहती है। इसके बावजूद जिस फ्लाई ओवर पर जहां प्रधानमंत्री के काफिले को रोका गया, उसके नीचे शराब की दुकानें खुली थी। जयराम ठाकुर यहां पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर किए गए स्टिंग ऑप्रेशन में सच्चाई सामने आई है कि किस तरह से प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर लापरवाही बरती गई। उन्होंने दावा किया कि जब प्रधानमंत्री का काफिला रुका था, तो उस समय पंजाब पुलिस वाले प्रदर्शनकारियों के साथ चाय पी रहे थे। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी देश के ही नहीं विश्व के लोकप्रिय नेता है। लिहाजा ऐसे में उनके साथ जो कुछ हुआ, उसे पूरे विश्व ने देखा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जिस दिन पंजाब के लिए 42 हजार करोड़ रुपए की सौगात देने वाले थे, उस दिन प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत ङ्क्षसह चन्नी, मुख्य सचिव व डी.जी.पी. को उनके स्वागत के लिए आना चाहिए था। इसके बावजूद पंजाब के मुख्यमंत्री ने इसके लिए कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आने का बहाना बनाया, जबकि कुछ समय बाद वह मीडिया के सामने बिना मास्क लगाए सामने आए।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि भाजपा प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक से जनता को अवगत करवाएगी। उन्होंने कहा कि जब खालिस्तान समर्थकों की तरफ से प्रधानमंत्री को धमकी दी गई थी, तो ऐसे में सुरक्षा में चूक का होना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील इस क्षेत्र वैसे भी पाकिस्तानी ड्रोन सहित अन्य गतिविधियों को देखा गया है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक को लेकर जो तथ्य सामने आए हैं, उसके आधार पर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा इस घटना की ङ्क्षनदा करती है तथा इसमें लापरवाही बरतने पर नियमानुसार कार्रवाई होनी चाहिए।