एंटी हलेगन का हो सही रखरखाव चेतन
शिमला : भाजपा आईटी सेल के पूर्व प्रदेश संयोजक चेतन बरागटा ने क्षेत्र में लगी एंटी हेलगनों के रखरखाव तथा उसे चलाने की तकनीकी स्टाफ की तैनाती करने की मांग उठाई है। बरागटा ने कहा कि अप्रैल माह से लेकर जून माह के अंत तक ओलावृष्टि का खतरा अधिक रहता है। प्रदेश सरकार द्धारा देवरीघाट व बड़ैवघाट में एंटी हेलगन स्थापित की गई है। इसके अतिरिक्त बागवानों ने सामूहिक रुप से स्वंय करोड़ रुपये खर्च करके बाघी, रतनाड़ी , कलबोग,बखोल व महासु में एंटी हेलगन लगाई है। करोड़ रुपये खर्च करने के बाद आज बागवान उसके रखरखाव के लिए चिंतित है। इन एंटी हेलगनो को चलाने के लिए तकनीकी स्टाफ भी उपलब्ध नहीं है। इसलिए समय रहते प्रदेश सरकार उपयोगी कदम उठाए। ताकि ओलावृष्टि के समय एंटी हेलगन अपना कार्य समय रहते कर सके। उन्होंने कहा कि एंटी हेलगन प्रोजैक्ट तत्कालीन बागवानी मंत्री नरेंद्र बरागटा ने लाया था। लेकिन कांग्रेस ने सत्ता में आने के बाद एंटी हेलगन प्रोजैक्ट को राजनीति की भेंट चढ़ाया है। इसलिए प्रदेश सरकार मामले में उचित कदम उठाए। तथा सेब बाहुल्य क्षेत्र को एंटीहेल गन से लैस करने की योजना तैयार करे। ताकि बागवानों को ओलावृष्टि से होने वाले नुकसान से बचाया जा सके।