हिमाचल मंत्रिमंडल के निर्णय

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धर्मशाला : हिमाचल प्रदेश में भांग की खेती को पायलट आधार पर अध्ययन को मंजूरी प्रदान की गई है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में जिला कांगड़ा के धर्मशाला में आयोजित प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय लिया गया। मंत्रिमंडल ने चौधरी सरवन कुमार कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर, जिला कांगड़ा और डा. वाई.एस. परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी, जिला सोलन द्वारा संयुक्त रुप से भांग की खेती पर एक पायलट अध्ययन को मंजूरी दी। यह अध्ययन भांग की खेती के विषय में भविष्य की रुपरेखा का मूल्यांकन और सिफारिश करेगा। इसके अतिरिक्त कृषि विभाग को इस पहल के लिए नोडल विभाग नामित किया गया। मंत्रिमंडल ने वर्ष 2023 में आपदा प्रभावित परिवारों के लिए लाए गए विशेष राहत पैकेज को जिला कुल्लू के तांदी गांव में आग की घटना से प्रभावित परिवारों के लिए प्रदान करने का निर्णय लिया। पैकेज के तहत तांदी गांव के प्रभावित परिवारों को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त मकानों के लिए 7 लाख रुपए, आंशिक रुप से क्षतिग्रस्त मकानों के लिए 1 लाख रुपए और गौशालाओं के नुकसान के लिए 50,000 रुपए प्रदान किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त प्रभावित परिवारों को 30 जून, 2025 तक मकान के किराए के भुगतान के लिए 5,000 रुपए की मासिक सहायता प्रदान की जाएगी। मंत्रिमंडल ने एम्स नई दिल्ली की तर्ज पर अटल सुपर स्पेशिएलिटी आयुर्विज्ञान संस्थान चमियाणा और डा. राजेंद्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय टांडा कांगड़ा में रोबोटिक सर्जरी के लिए 56 करोड़ रुपए की लागत से अत्याधुनिक मशीनरी और उपकरणों की खरीद को भी स्वीकृति प्रदान की। मंत्रिमंडल ने वन विभाग के पिछले आदेश में संशोधन को मंजूरी प्रदान कर 15 फरवरी, 2025 की कट-ऑफ तिथि के साथ कशमल की जड़ों के एक्सटरेक्शन की अनुमति प्रदान की। इसके अतिरिक्त हिमाचल प्रदेश वन उपज पारगमन (लेंड रुट्स) नियम, 2013 के प्रावधानों के अनुसार 4 जनवरी, 2025 से पहले खुले स्थानों से निकाले गए वन उत्पादों के परिवहन के लिए 15 फरवरी, 2025 तक की अनुमति प्रदान की। पर्यटकों को सुलभ और सुरक्षित परिवहन सुविधा प्रदान करने के लिए कुल्लू बस स्टैंड और पीज पैराग्लाइडिंग प्वाइंट के बीच रोपवे की स्थापना को बैठक में मंजूरी दी गई। इससे क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। मंत्रिमंडल ने ग्रामीण विकास विभाग में खंड विकास अधिकारियों के 9 पद भरने को भी स्वीकृति प्रदान की। बैठक में 2 नए मंडल ननखड़ी और खोलीघाट के साथ खराहन सैक्शन बनाकर लोक निर्माण विभाग राष्ट्रीय राजमार्ग वृत्त शाहपुर को पुनर्गठित करने का निर्णय लिया गया।
मंत्रिमंडल ने यात्रियों की सुविधा के लिए हिमाचल पथ परिवहन निगम के लिए 24 वातानुकूलित सुपर लग्जरी बसों की खरीद को मंजूरी दी गई। मंत्रिमंडल ने बेहतर प्रवर्तन और औचक निरीक्षण सुनिश्चित करने के लिए राज्य कर एवं आबकारी विभाग के क्षेत्रीय कार्यालयों को 100 मोटर साइकिल प्रदान करने को भी मंजूरी दी। मंत्रिमंडल ने उपायुक्त कार्यालयों में चालकों, सभी तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के पदों के साथ-साथ तीन मंडलायुक्तों, निदेशक भूमि अभिलेख, राजस्व प्रशिक्षण संस्थान जोगिंद्रनगर (मंडी), भू-एकत्रीकरण निदेशालय (शिमला), बंदोबस्त कार्यालय कांगड़ा और बंदोबस्त कार्यालय शिमला के कार्यालयों में तैनात कर्मचारियों को राज्य कैडर के दायरे में लाने को मंजूरी दी। इस निर्णय का उद्देश्य एकरुपता सुनिश्चित कर प्रशासन की कार्यप्रणाली में सुधार करना है। बैठक में जिला शिमला में राजकीय महाविद्यालय सीमा का नाम राजा वीरभद्र सिंह राजकीय महाविद्यालय सीमा, जी.जी.एस.एस.एस., खेल छात्रावास (कन्या) जुब्बल को रामलाल ठाकुर जी.जी.एस.एस.एस. खेल छात्रावास (कन्या) और ऊना जिला के राजकीय महाविद्यालय खड्ड का नाम मोहन लाल दत्त राजकीय महाविद्यालय खड्ड रखने को भी मंजूरी दी गई। बैठक में रुकी हुई जल विद्युत परियोजनाओं को शुरू करने और शिक्षा विभाग के निदेशालयों के पुनर्गठन पर भी विस्तृत प्रस्तुति दी गई।