मंत्रिमंडल के निर्णय
शिमला : राज्य में हिमाचल प्रदेश मैडीकल सर्विसिज कॉरपोरेशन की स्थापना होगी। इसके तहत प्रदेश के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों के लिए आवश्यक दवाइयां, आधुनिकतम मशीनरी एवं उपकरणों की खरीद होगी। इसी तरह उचित मूल्य व समय पर उनकी आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी। मुख्यमंत्री सुखविन्दर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में यहां आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया। बैठक में बल्क ड्रग फार्मा पार्क के लिए राज्य कार्यान्वयन एजैंसी को मंजूरी प्रदान की गई। बल्क ड्रग फार्मा पार्क को ऊना जिला के हरोली में 1,923 करोड़ रुपए की लागत से स्थापित किया जा रहा है, जिसमें केंद्र सरकार की तरफ से अनुदान राशि के रुप में 1,118 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। इस परियोजना के सिरे चढऩे पर 20 हजार लोगों को प्रत्यक्ष एवं 10 हजार को अप्रत्यक्ष लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। इससे 5 जिलों ऊना, बिलासपुर, कांगड़ा, सोलन और हमीरपुर को लाभ होगा। बैठक में 19 पॉलीटैक्नीक कॉलेजों में अलग-अलग नए तकनीकी पाठ्यक्रम शुरू करने को मंजूरी भी प्रदान की गई। इसके लिए सरकार की तरफ से आवश्यक पदों का सृजन भी किया जाएगा। इसी तरह 17 आई.टी.आई. में इलैक्ट्रिक वाहनों से जुड़े पाठ्यक्रमों के साथ साथ मोटर मैकेनिक व कुछ कोर्स प्रारंभ किए जाएंगे।
बैठक में 40 मोबाइल वैटनरी यूनिट को मंजूरी प्रदान की गई। इसके माध्यम से पशु चिकित्सा सेवा आरंभ की जाएगी।
मंत्रिमंडल ने स्टेट ट्रांसपोर्ट अपीलैंट ट्रिब्यूनल मुख्यालय को खोलने का निर्णय लिया गया। इसका मुख्यालय हमीरपुर में खोला जाएगा। बैठक में हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज बांदल में डिग्री कोर्स को मंजूरी प्रदान की गई। यह डिग्री कोर्स कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग के होंगे। सरकार ने बिजली महादेव के लिए रोप-वे बनाने को भी अपनी मंजूरी प्रदान की। इससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। कुल्लू जिला में प्रस्तावित बिजली महादेव रोप-वे का निर्माण पी.पी.पी. मोड पर किया जाएगा, जिसकी लंबाई 2.7 किलोमीटर होगी। मंत्रिमंडल ने वर्ष, 2021-22 की कैग रिपोर्ट को विधानसभा में रखने को भी अपनी मंजूरी प्रदान की। इसको मौजूदा बजट सत्र में सदन के पटल पर रखा जाएगा। बैठक में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर भी चर्चा हुई। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से प्रस्तुति भी दी गई, जिसमें स्थिति से निपटने के लिए उठाए जाने वाले पगों की जानकारी भी दी गई।