विधानसभा में आज क्या हुआ?
शिमला : मुख्यमंंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विधानसभा में वित्तीय वर्ष, 2024-25 के लिए 58,444 करोड़ रुपए का करमुक्त बजट प्रस्तुत किया। उनका बजट 10 प्रमुख बिंदुओं पर केंद्रित है, जिससे हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाए जाने की परिकल्पना की गई है। हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के यह प्रमुख 10 बिंदु है, समृद्ध किसान, हरित और स्वच्छ, बिजली राज्य, पर्यटन राज्य, कुशल और दक्ष, स्वस्थ्य एवं शिक्षित, निवेशक मित्र, नशामुक्त, अवैध खनन मुक्त तथा समृद्ध एवं संपन्न राज्य बनाना है। लंबे समय से इंतजार कर रहे कर्मचारियों को 1 अप्रैल, 2024 से 4 फीसदी (महंगाई भत्ता) डी.ए. देने की घोषणा की गई है, जिस पर 580 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसके अलावा संशोधित वेतनमान के बकाया एरियर का चरणबद्ध तरीके से भुगतान करने को कहा गया है। बजट में 36,000 किसानों को प्राकृतिक खेती से जोडऩे की बात कही गई है तथा प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर चल रहे अधूरे कार्यों को पूरा करने के लिए 1,000 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। बजट में आऊटसोर्स कर्मचारियों को न्यूनतमम 12,000 करोड़ रुपए देने की बात कही गई है, जबकि दिहाड़ी में 25 रुपए की बढ़ौतरी करते हुए 400 रुपए किया गया है।
मुख्यमंत्री ने अपने बजट भाषण में विधायक क्षेत्र विकास निधि को में 10 करोड़ की बढ़ौतरी करने की घोषणा की। अब विधायक क्षेत्र विकास निधि बढक़र 2.20 करोड़ रुपए किया गया है। इसके अलावा विधायक एच्छिक निधि को 13 लाख रुपए से बढ़ाकर 14 लाख रुपए किया गया है। इसी तरह विधायक प्राथमिकताओं के वित्तीय पोषण की वर्तमान सीमा को 175 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 195 करोड़ रुपए किया गया है।
मुख्यमंत्री ने खिलाडिय़ों के लिए भी बढ़ी घोषणा की। इसके तहत ओलम्पिक खेलों में व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदप प्राप्त करने पर 5 करोड़ रुपए, रजत पदक के लिए अढाई करोड रुपए और कांस्य पद पर डेढ़ करोड़ रुपए मिलेंगे। कॉमन वैल्थ खेलों में व्यक्ति स्पर्धा में स्वर्ण पदक पर 3 करोड़ रुपए, रजत पदक पर 2 करोड़ रुपए व कांस्य पदक पर 1 करोड़ रुपए मिलेंगे। टीम स्पर्धा मेें विजेता खिलाडिय़ों में राशि अनुपात के हिसाब से वितरित की जाएगी। सरकारी विभागों में उत्कृटष् खिलाडिय़ों को विभिननन पदों पर 3 फीसदी खेल कोटा मिलेगा, जिसमें वर्तमान 43 खेलों की संख्या को बढ़ाया जाएगा। प्रारंभिक शिक्षा स्तर पर खिलाडिय़ों को प्रदेश में होने वाली खेलों में 250 रुपए प्रतिदिन डाइट, सभी खिलाडिय़ों को प्रदेश में होने वाली खेलों के लिए 400 रुपए प्रतिदिन प्रदेश से बाहर होने वाले खेलों में भाग लेने पर समान रुप से 500 रुपए प्रतिदिन डाइट और खेल हॉस्टलों में रहने वाले सभी खिलाडिय़ों को 250 रुपए तथा 400 रुपए की डाइट मनी मिलेगी।
बजट में राजस्व प्राप्तियां 42,153 करोड़ रहने का अनुमान है। राजस्व व्यय 46,667 करोड़ रहने का अनुमान है। इस तरह वर्ष के अंत में राजस्व घाटा 4,514 करोड़ रहने का अनुमान है। इसी तरह राजकोषीय घाटा 10,784 करोड़ रहेगा। राजकोषीय घाटा प्रदेश के सकल घरेलू उत्पाद का 4.75 फीसद तक रहने का अनुमान है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने बजट में 7 नई योजनाओं की घोषणा भी की। इसमें राजीव गांधी प्राकृतिक खेती स्टार्ट-अप योजना, भेड़-बकरी पालक प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री सुख आरोग्य योजना, मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना,
महर्षि वाल्मीकि कामगार आवास योजना, अपना विद्यालय-मेरा विद्यालय-मेरा सम्मान व मुख्मयंत्री हरित विकास छात्रवृत्ति योजना शामिल है। उन्होंने अपने बजट भाषण में 3 नई नीतियों की घोषणा भी की, जिसमें औद्योगिक प्रोत्साहन व निवेश नीति, 2024, स्टार्ट अप नीति, 2024 और हिमाचल प्रदेश माइन एवं मिनरल पॉलिसी, 2024 शामिल है।
बजट में 100 रुपए में से 25 रुपए वेतन, 17 रुपए पैंशन, 11 रुपए ब्याज अदायगी, 9 रुपए ऋ ण अदायगी व 28 रुपए पूंजीगत कार्य पर व्यय होंगे। बजट में रुपया कहां से आएगा, इसका भी उल्लेख है, जिसमें केंद्रीय शुल्क से 17.91 रुपए, राज्य कर से 26.78 रुपए, कर रहित राजस्व से 6.45 रुपए, ग्रांट-इन-ऐड से 23.54 रुपए, उधार वसूलियां से 0.05 रुपए, लोक ऋ ण से 22.88 रुपए तथा जमा और अग्रिम मद से 2.39 रुपए आएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार को विरासत के रुप में 87,778 करोड़ रुपए कर्ज मिला है। ऐेसे में प्रति व्यक्ति कर्ज 1.02 लाख रुपए है। उन्होंने कहा कि सरकार ने आर्थिक संसाधनों को जुटाते हुए वैट से 1,773 करोड़ रुपए जुटाए हैं, स्टेट एक्साइज ड्यूटी में 22 फीसदी की बढ़़ौतरी हुई है। इसी तरह मिल्क सैस से 116 करोड़ रुपए की आय हुई।
मुख्यमंत्री ने अपना बजट भाषण पुस्तक से पढ़ा, जिसको पढऩे में करीब अढाई घंटे का समय लगा। इस दौरान उन्होंने शेरो-शयरी भी की, जिससे सदन का माहौल खुशनुमा बना रहा। शेरो-शायरी के दौरान पक्ष-विपक्ष के सदस्य एक-दूसरे पर कटाक्ष करते दिखे।