सुक्खू सरकार भ्रष्टाचार, घोटाला व कुव्यवस्था की प्रतीक बनी : नड्डा
शिमला : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार भ्रष्टाचार, घोटाला और कुव्यवस्था की प्रतीक बन गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि हर तरफ से लूट, अराजकता एवं घोटालों की बू आ रही है। जगत प्रकाश नड्डा ने यहां जारी बयान में कहा कि दिल्ली के मंडी हाऊस स्थित हिमाचल प्रदेश के गौरव हिमाचल भवन की कुर्की का आदेश हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट की तरफ से इसलिए आदेश आया, क्योंकि कांग्रेस सरकार ने सेली हाइड्रो इलैक्ट्रिक पॉवर कंपनी लिमिटेड को 64 करोड़ रुपए का भुगतान नहीं किया। इसी तरह राज्य के धरोहर हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के 18 होटलों को भी बंद करने का आदेश भी हाईकोर्ट को देना पड़ा है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कांग्रेस सरकार के आर्थिक कुप्रबंधन और घोटालों का साइड इफैक्ट है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के इतिहास में इससे शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता कि आज सरकार इस स्थिति में पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि सेली हाइड्रो इलैक्ट्रिक पॉवर कंपनी लिमिटेड के पैसे हाईकोर्ट में जमा कराने थे, लेकिन चक्रवृद्धि ब्याज सैकड़ों करोड़ रुपए तक बढ़ गया। क्या कांग्रेस सरकार ने अपनी आंखों पर काली पट्टी बांध रखी थी? अगर 2 वर्ष के भीतर इस राशि का एक हिस्सा भी जमा किया होता, तो आज हिमाचल भवन कुर्की के आदेश न आते। यह हिमाचल प्रदेश के हर व्यक्ति के लिए अत्यंत दुखद, कष्ट और शर्म की घड़ी है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के घोटालों की फेहरिस्त इतनी लंबी हो गई है कि वह राज्य की धरोहरों को भी संभालने में नाकाम रही है। इसी कारण चायल और मनाली सहित 18 ऐतिहासिक होटलों को बंद करने का आदेश जारी हुआ है।
सरकार को सत्ता में रहने का अधिकार नहीं
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि वर्तमान सरकार को अपने कारनामों के कारण सत्ता में 1 मिनट भी रहने का अधिकार नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि देवभूमि हिमाचल प्रदेश की ख़ूबसूरती और पर्यटन कांग्रेस की झूठी गारंटियों और भ्रष्ट नीतियों के कारण कर्ज में डूब गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार खुद पर चल रहे मुकदमों के लिए हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में करोड़ों रुपए देकर वकील खड़े कर रही है, लेकिन राज्य की धरोहरों को सहेजने पर उसने आंखें मूंद रखी है। उन्होंने कहा कि सरकार हिमाचल प्रदेश को देश की पर्यटन राजधानी बनाना चाहती है, लेकिन धरोहर होटलों को बंद करने से ऐसे कैसे होगा।
चहेतों में करना चाहती है होटलों की बंदरबांट
जगत प्रकाश नड्डा ने आशंका जताई कि राज्य सरकार पर्यटन निगम के 18 होटलों की बंदरबांट अपने चहेतों को करना चाहती है। उन्होंने कहा कि यह सभी प्रीमियम और प्राइम होटल हैं, जिनकी एंट्री टिकट से ही वर्ष में 2 से 3 लाख रुपए की कमाई होती है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह संपत्ति कांग्रेस के उन मित्रों को दी जा सकती है, जिनको कैबिनेट रैंक या चेयरमैन जैसा सम्मान नहीं मिल पाया।