सरकार ने मानी किसान-बागवानों की अधिकतर मांगें : देष्टा
शिमला: हिमाचल प्रदेश भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री संजीव देष्टा ने कहा है कि सरकार ने किसान एवं बागवानों की अधिकतर मांगों को माना है। उन्होंने कहा कि बीते दिन जिन्होंने बागवानों की मांगों को लेकर मॉल रोड शिमला पर प्रदर्शन करके गिरफ्तारियां दी, वह संगठन विशेष के लोग थे। संजीव देष्टा यहां पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसान-बागवानों को आने वाली समस्याओं के निवारण के लिए सरकार की तरफ से डॉ. वाई.एस. परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी-सोलन के कुलपति की अध्यक्षता में कमेटी बनाई है। यह कमेटी बैठक करके उनकी समस्याओं का समाधान निकालने का प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि सेब के कार्टन पर जैसे ही 6 फीसदी जी.एस.टी. की बढ़ौतरी हुई, उसके तुरंत बाद सरकार ने इस खर्च को खुद वहन करने का निर्णय लिया। इसके अलावा एच.पी.एम.सी. व हिमफैड के माध्यम से एम.आई.एस. के तहत राशि का बकाया भुगतान कर दिया गया है। सरकार ने कीटनाशक एवं फफूंदनाशक पर सब्सिडी जारी रखी है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से किसानों को राहत देने के लिए 6 हजार की किसान सम्मान निधि दी जा रही है। उन्होंने कहा कि किसान-बागवानों को लूटने वाले 16 लदानी आज सलाखों के पीछे है। ऐसे में किसान-बागवान की मांगों को उठाने वालों को सरकार से बातचीत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पराला में सरकार की तरफ से बागवानों को सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। सरकार ने नई सब्जी मंडियों का निर्माण तथा पुरानी मंडियों को अपग्रेड किया है।