विधानसभा बजट सत्र में हंगामे के आसार

Spread the love

शिमला : 23 फरवरी को राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के अभिभाषण से शुरू होने वाले विधानसभा बजट सत्र में इस बार हंगामे के पूरे आसार है। सदन को सुचारू रुप से संचालित करने के उद्देश्य से विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने मंगलवार यानि 22 फरवरी को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस बैठक में सत्ता पक्ष की ओर से संसदीय मामलों के मंत्री सुरेश भारद्वाज एवं विपक्ष से नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री और माकपा विधायक राकेश सिंघा के शामिल होने की संभावना है। सर्वदलीय बैठक के बाद देर सायं पक्ष एवं विपक्ष की विधायक दल बैठक होगी। भाजपा विधायक दल की बैठक मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और कांग्रेस विधायक नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री की अध्यक्षता में होगी। इसमें दोनों दल अपनी रणनीति को अंतिम रुप देंगे। कांग्रेस की ओर से इस बार सरकार कानून-व्यवस्था, शराब माफिया, सडक़ों की हालत और कर्मचारियों से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाए जाने की संभावना है। विपक्ष की ओर से उठाए जाने वाले मुद्दों को लेकर सत्तापक्ष तथ्यों के साथ जवाब देगा, जिसके लिए पिछले सरकार के कार्यकाल के तुलनात्मक आंकड़े प्रस्तुत किए जा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि 15 मार्च तक चलने वाले विधानसभा के बजट सत्र में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर 4 मार्च को वित्तीय वर्ष, 2022-23 के लिए बजट प्रस्तुत करेंगे।
विधानसभा परिसर में सुरक्षा बलों ने मोर्चा संभाला
विधानसभा बजट सत्र को लेकर सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई है। इसके लिए पुलिस जवानों के अलावा बटालियनों से बुलाए गए जवानों ने विधानसभा परिसर में मोर्चा संभाल लिया है। पिछली बार राज्यपाल के घेराव से उत्पन्न हुए हालात को ध्यान में रखते हुए उनकी सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की गई है। साथ ही विधानसभा परिसर पर ड्रोन से नजर रखने के अलावा यातायात व्यवस्था को लेकर भी विशेष प्रबंध किए गए हैं।
विपक्ष के पास मुद्दा नहीं, वह अपने आप में मुद्दा : भारद्वाज
संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज ने पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है, जबकि विपक्ष अपने आप में कोई मुद्दा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष की ओर से जो मामले उठाए जाएंगे, उसका सकारात्मक जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि विपक्ष राज्पाल अभिभाषण एवं बजट पर होने वाले चर्चा के अलावा प्राइवेट मैंबर-डे में अपने विषयों को उठा सकते हैं। प्राइवेट मैंबर-डे में 1 दिन अधिकतम 4 संकल्पों पर चर्चा हो सकती है। शून्यकाल को लेकर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि यह अध्यक्ष का विशेषाधिकार है।
सरकार के खिलाफ एक नहीं अनेक मुद्दे : अग्रिहोत्री
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि सरकार के खिलाफ एक नहीं अनेक मुद्दे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार से आम आदमी परेशान है। महंगाई, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था की स्थिति, माफिया राज, कर्मचारी और पैंशनरों में असंतोष जैसे कई ऐसे मामले हैं, जिसका सरकार के पास कोई जवाब नहीं है। उन्होंने कहा कि विपक्ष जनता, कर्मचारी और प्रदेश हित से जुड़ी हर बात का सरकार से जवाब मांगेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के वित्तीय कुप्रबंधन के चलते प्रदेश के आर्थिक हालत दिन-प्रतिदिन खराब होते जा रहे हैं।
पक्ष-विपक्ष से सहयोग की अपेक्षा : परमार
विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा कि सदन को सुचारू रुप सेे संचालित करने के लिए पक्ष एवं विपक्ष से सहयोग की अपेक्षा है। उन्होंने कहा कि नियमों की परिधि और समय को ध्यान में रखकर जनहित से जुड़े मुद्दों को उठाने की अनुमति दी जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *