हिमाचल में सरकारी कार्यालय व हर घर की जरुरत बनेगा ड्रोन
शिमला : आने वाले समय में ड्रोन टैक्रालॉजी अब सरकारी कार्यालय और हर घर की जरुरत बनेगा। पहले प्रयोग के तौर पर सरकारी कार्यालयों में यह सेवाएं उपलब्ध होगी। सरकारी कार्यालय इस तकनीक का प्रयोग अपने दम पर भी कर सकते हैं, बशर्ते उनके पास प्रशिक्षित स्टाफ हो। इसके अलावा किसी सरकारी कार्यालय में यदि प्रशिक्षित स्टाफ नहीं है, तो उस स्थिति में सरकारी एजैंसी उसकी मदद करेगी। सरकारी कार्यालयों में प्रयोग के तौर पर यह सेवाएं मार्च माह से उपलब्ध होगी। इसके लिए सरकारी एजैंसी एगुरा के साथ करार कर लिया गया है। सरकार की तरफ से यह करार हिमाचल प्रदेश स्टेट इलैक्ट्रानिक डिवेल्पमैंट कारपोरेशन की तरफ से टैंडर करने के बाद किया गया है। सरकारी स्तर पर लिए गए निर्णय के अनुसार ड्रोन टैक्रालॉजी का प्रयोग सबसे पहले कुल्लू और चंबा जिला के दुर्गम क्षेत्रों में किया जाएगा। यह वह क्षेत्र हैं, जहां पर दूरसंचार सेवाएं सही तरीके से काम नहीं कर रही है। इस स्थिति में इन क्षेत्रों में ड्रोन टैक्रालॉजी की मदद से सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएगी। केंद्र सरकार की तरफ से हाल ही में कई गई बजट घोषणा के अनुसार अब ड्रोन शक्ति मिशन बनाया जाएगा। यानि जवान से लेकर किसान इस तकनीक का प्रयोग कर सकेंगे। इससे सीमाओं की सुरक्षा से लेकर खेतों में फसलों की रक्षा भी हो सकेगी। इस तरह ड्रोन की सेवाएं फसल मूल्यांकन, कीटनाशकों के छिडक़ाव, भूमि अभिलेखों के डिजिटलीकरण, कृषि, बागवानी, मौसम विज्ञान, आपदा प्रबंधन, वीडियोग्राफी, फोटोग्राफी और दवाओं सहित अन्य सामान की डिलीवरी में ली जा सकेगी।