संसाधनों का आकलन करके सप्ताह के भीतर तय होगा वार्षिक योजना आकार

शिमला : विधायक प्राथमिकता बैठक के दौरान राज्य सरकार वित्तीय वर्ष, 2025-26 के वार्षिक योजना आकार को तय नहीं कर पाई है। इसका आकलन अब सप्ताह के भीतर किए जाने की संभावना है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस संदर्भ में अलग से मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना तथा वित्त एवं योजना विभाग के अधिकारियों से बैठक की है। इससे पहले वित्तीय वर्ष, 2024-25 में 9989.49 करोड़ प्रस्तावित किया गया था। हालांकि पहले रही परम्पराओं के अनुसार वित्तीय वर्ष, 2025-26 का वार्षिक योजना आकार पिछली बार से अधिक रहने की संभावना है, लेकिन प्रतिकूल वित्तीय हालात मं संसाधनों के आकलन के बाद ही इसे अंतिम रुप दिया जाएगा। सूत्रों के अनुसार बैठक में राज्यपाल की तरफ से बजट सत्र के शुभारंभ अवसर पर दिए जाने वाले अभिभाषण के प्रारुप पर भी चर्चा हुई है। राज्यपाल के इस अभिभाषण में प्रमुख रुप से प्रदेश सरकार की 2 वर्ष की उपलब्धियों का उल्लेख होगा। साथ ही इसमें प्रदेश को आगे ले जाने और आगामी रोडमैप की झलक भी देखने को मिलेगी। विधानसभा का बजट सत्र मार्च माह के पहले सप्ताह में प्रस्तावित है, जिसका संकेत विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने पहले दिया था। सरकार की तरफ से बजट सत्र की अविध पर जल्द मुहर लगेगी, जिसको राज्यपाल के अनुमोदन के लिए राजभवन भेजा जाएगा। बजट सत्र के दौरान 18 से 20 बैठकें हो सकती है, जिसमें 2 दिन गैर सरकारी सदस्य कार्य दिवस के लिए रखे जाएंगे। सत्र के पहले दिन राज्यपाल का अभिभाषणा होगा। इसके बाद सदन में दिवंगत सदस्यों को लेकर शोकोद्गार होगा। इस बार वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मंत्री व सांसद रहे किशन कपूर का आकस्मिक निधन हुआ है। ऐसे में सदन उनको याद करेगा। शोकोद्गार के बाद राज्यपाल के अभिभाषण धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगी, जिसका उत्तर मुख्यमंत्री देंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू जिनके पास वित्त विभाग भी है, वित्तीय वर्ष, 2025-26 के लिए अपना लगातार तीसरा बजट प्रस्तुत करेंगे।